27 September 2022

जी.एस. बॉम्बरा छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन रायपुर के दूसरी बार संयोजक बने

 चिकित्सा, शिक्षा के क्षेत्र तथा पारिवारिक परामर्श की दिशा में कार्यरत संस्था

रायपुर, 27 सितंबर 2022/ सरदार जी.एस. बॉम्बरा को रविवार को हुई एक विशेष बैठक में छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन के संयोजक पद पर दूसरी बार सर्वसम्मति से संयोजक चुना गया। वे एसोसियेशन के किसी अन्य सदस्य को संयोजक बनाना चाहते थे किन्तु बैठक में
सरदार ए.एस. प्लाहा व्दारा दिए गए प्रस्ताव पर महिला सदस्यों सहित सभी सदस्यों ने हर्ष ध्वनि के साथ एक मत हो कर सरदार बॉम्बरा को पुनः आगामी वर्षों के लिए संयोजक बनाया। सेवानिवृत सरदार जी.एस. बॉम्बरा छत्तीसगढ़ पुलिस सेवा के काफी लोकप्रिय अधिकारी रहे हैं। वे वर्तमान में छत्तीगढ़ एथेलेटिक्स संघ के अध्यक्ष व छत्तीसगढ़ ओलिपिक एसोसियेशन के उपाध्यक्ष भी है। वे छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन के संस्थापकों में से एक है।

सन् 2018 को रायपुर में गठित छत्तीसगढ़ सिक्ख वेलफेयर एसोसियेशन केन्द्र व राज्य सरकार के शासकीय व अन्य सेवाओं से रिटायर्ड एवं सेवारत अधिकारियों व्दारा गठित एक समाजसेवी संस्था है जो श्री गुरुनानक देव जी व्दारा दी गई सीख सरबत दा भलाके उद्देश्य से आम लोगों के लिए चिकित्सा, शिक्षा तथा पारिवारिक परामर्श की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। एसोसियेशन गत चार वर्षों से कई विशेषज्ञ डाक्टरों की मदद से चिकित्सा कैम्पों कर आम लोगों की निःशुल्क इलाज कर रही है। एसोसियेशन ने महावीर नगर गुरुव्दारा में इलाज के लिए डॉक्टरों की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही कम कीमत वाली जेनेरिक दवाओँ के लिए गुरु अगंद देव मेडिकल स्टोर्स का संचालन भी किया जा रहा है। इस मेडिकल  स्टोर में गत चार वर्षों से कई गरीब व मध्यम वर्ग के लोग लाभान्वित हो रहे हैं। एसोसियेशन ने छात्र- छात्राओं के लिए कैरियर गाईडेंस तथा छत्तीसगढ़ के प्रतिभावान सिक्ख विद्यार्थियों को गोल्ड व सिल्वर मेडल के साथ सम्मानित करते उनका उत्साहवर्धन किया है। एसोसियेशन ने पारिवारिक परामर्श केन्द्र के माध्यम से छत्तीसगढ़ के कई परिवारों के आपसी झगड़े, मनमुटाव जैसे कई पारिवारिक परेशानियों को आपस में बातचीत के माध्यम से समझौता कर कई परिवारों को टूटने से बचाया है।  

07 September 2022

बोर्ड परीक्षा में 90% से अधिक अंक वाले विद्यार्थियों का किया सम्मान

गोल्ड,सिल्वर मेडल के साथ मेमोन्टो और सर्टिफिकेट दिए गए

विद्यार्थी कामयाबी पाने कड़ी मेहनत से पीछे नहीं हटें - डॉ. अरुणा पलटा    

      रायपुर 7 सितंबर 2022/ छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफीसर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने कल शाम कक्षा 10वी व 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले सिक्ख विद्यार्थियों को उनकी उपलब्धियो के लिए सम्मानित किया। इस अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की कुलपति डॉ. अरुणा पलटा ने विद्यार्थियों को सम्मानित करते हुए कहा कि बच्चों को कड़ी मेहनत से पीछे नहीं हटना चाहिए। आज जिन बच्चों ने सम्मान हासिल किया है वे वाकई में मेहनती है। उनसे अन्य सभी बच्चों को सीख लेनी चाहिए। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष सरदार महेन्द्र सिह छाबड़ा और छत्तीसगढ़ खाद्य आयोग के अध्यक्ष सरदार गुरप्रीत सिंह बाबरा और समाजसेवी श्री महेन्द्र आहूजा ने भी विद्यार्थियों की सरहाना करते हुए उनके अच्छे भविष्य की कामना की। प्रतिभा सम्मान समारोह में पूरे छत्तीसगढ़ से आमंत्रित 32 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।



      छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन के संयोजक सरदार जी.एस. बाम्बरा ने बताया कि कल शाम रायपुर के वृंदावन हाल सिविल लाईंस में हुए इस कार्यकम में सीबीएससी 12वी बोर्ड की श्रेणी में गुरुरसना कौर कोहली रायपुर को 96.6 प्रतिशत अंक प्राप्त करने के लिए गोल्ड मेडल तथा शुभदीप सिंह घई रायगढ़ को 96.4 प्रतिशत अंक हासिल करने सिल्वर मेडल प्रदान किया गया। छत्तीसगढ़ बोर्ड की श्रेणी में 12वीं की बोर्ड परीक्षा में रायपुर की कृतिका गांधी को 90.4 प्रतिशत अंक के कारण गोल्ड मेडल तथा पत्थलगांव-जशपुर की सनप्रीत कौर भाटिया को 90.2 प्रतिशत अंक के लिए सिल्वर मेडल प्रदान किया गया।




      कक्षा 10वीं में सीबीएससी बोर्ड की श्रेणी में रायपुर की नवशीन कौर मल्होत्रा को 98.2 प्रतिशत अंक लाने के कारण गोल्ड मेडल तथा कोरबा की जसप्रीत कौर को 94.5 प्रतिशत अंक हासिल करने के लिए सिल्वर मेडल प्रदान किया गया। छत्तीसगढ़ बोर्ड की श्रेणी में रायगढ़ की अर्शलीन कौर घई को 97.2 प्रतिशत अंक के कारण गोल्ड मेडल और रायपुर की ओंकार कौर को 92.3 प्रतिशत अंक प्राप्त करने पर सिल्वर मेडल दिया गया। दो गोल्ड मेडल स्व. सरदार गुरदीप सिंह राजपाल, एक -एक गोल्ड मेडल क्रमशः स्व. सरदार इन्दर सिंह जब्बल और स्व. सरदार सुखदेव सिंह जब्बल की स्मृति में अतिथियों व्दारा प्रदान किए गए। सिल्वर मेडल व्यवसायी स्व. प्रतापराय आहूजा परिवार की ओर से दिए गए।





एसोसियेशन के एजुकेशन कमेटी के चेयरमैन सरदार बी.एस. छाबड़ा ने बताया कि कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा में रायपुर की गुरनीत सिंह छाबड़ा,राजदीप सिंह सिक्ख, अशमीत कौर चावला,साहेब सिंह होरा, सत्यप्रिया कौर मुद्दड, भवनीश कौर छाबड़ा, भाटापारा की रिजक कौर सलूजा, रायगढ़ के अन्तरजोत सिंह छाबड़ा, दुर्ग की सिमरप्रीत सिंह गिल, अंबिकापुर के राजवीर सिंह छाबड़ा, जसदीप सिंह भाटिया और अशमीत कौर छाबड़ा,सरायपाली की कंवलदीप सिंह रैना को अतिथियों व्दारा मोमेन्टो और सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसियेशन प्रदान किया गया। कक्षा 12वीं में रायपुर की गुरजोत कौर चावला, मनमीत कौर,एकमजोत सिंह,रणवीर सिंह छाबड़ा,जसमीत कौर मुद्दड़, रायगढ़ के अगम सिंह छाबड़ा,प्रभगुन सिंह टुटेजा, महासमुन्द की तरनप्रीत कौर धनोवा और कवर्धा के नवदीप सिंह सलूजा को सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसियेशन और मोमेन्टो से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन के.एस.नायडू ने किया और धन्यवाद ज्ञापन सचिव दीप सिंह जब्बल ने किया।  









 



     


05 September 2022

छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन कल सम्मानित करेगा सिक्ख विदार्थियों को

 राज्य के 32 सिक्ख प्रतिभावान छात्र-छात्राओं होगा का कल सम्मान

गोल्ड और सिल्वर मेडल के साथ सर्टिफिकेट ऑफ एप्रिसियेशन दिए जाएगें

       रायपुर, 5 सितंबर 2022/ छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन,रायपुर कल 6 सितंबर 2022 को छत्तीसगढ़ में निवासरत ऐसे सिक्ख प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को सम्मानित करेगा जिन्होंने 10वी व 12वी की बोर्ड परीक्षाओं में 90 प्रतिशत व उससे अधिक अंक हासिल किए है। सिविल लाईंस रायपुर स्थित वृंदावन हाल में शाम 5 से 7 बजे तक आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न शहरों के 32 छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा।

      एसोसियेशन के संयोजक जी.एस. बॉम्बरा के अनुसार कार्यक्रम में हेमचंद विश्वविद्यालय दुर्ग की कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा कार्यक्रम की मुख्य अतिथि होगीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष सरदार महेन्द्र सिंह छाबड़ा करेगे। विशेष अतिथि के रुप में छत्तीसगढ़ राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष सरदार गुरप्रीत सिंह बाबरा और व्यवसायी श्री महेन्द्र आहूजा उपस्थित रहेगें।

      कार्यक्रम में 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा में केन्द्रीय बोर्ड तथा छत्तीसगढ़ बोर्ड दोनों में सबसे अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को एक-एक गोल्ड मेडल व सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसियेशन तथा दूसरे क्रम के विद्यार्थियों को एक-एक सिल्वर मेडल और सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसियेशन अतिथियों व्दारा प्रदान किया जाएगा। अन्य सभी विद्यार्थियों को मोमेन्टो और सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसियेशन प्रदान किया जाएगा। सम्मानित होने वाले छात्र-छात्राएं रायपुर, दुर्ग, कवर्धा, महासमुन्द, धमतरी, सरायपाली, भाटापारा, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, जशपुर और अंबिकापुर के हैं।  

      एसोसियेशन की शिक्षा समिति के चेयरमैन सरदार बी.एस. छाबड़ा के अनुसार जिन विदार्थियों को सम्मानित किया जाना है वे काफी प्रतिभाशाली और कुशाग्र बुध्दि के हैं। इनमें इंजीनियर, वैज्ञानिक, न्यूरोलाजी या कार्डियोलाजिस्ट डाक्टर, आईएएस बनना चाहते हैं। कुछ विदार्थी कम्प्यूटर के क्षेत्र में सॉफ्टवेयर या डेटा साईंस में विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैं। इनमें से कुछ बिजनेस के क्षेत्र में जाना चाहते हैं। इनमें कुछ का चयन आईआईटी में हो चुका है। कई विदार्थियों में नेतृत्व के अच्छे गुण है,वे प्रभावशाली वक्ता भी है। इनमें कुछ ऐसे छात्र भी है जिन्होंने अपने मूल विषयों में शत-प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। शतरंज, बैडमिटन और क्रिकेट और अन्य खेलों के शौक के साथ इनमें संगीत, डांस, आर्ट, पेन्टिंग और ड्रॉईंग की अच्छी प्रतिभा है। ये सभी बच्चे आने वाले समय में एक अच्छी शिक्षा ग्रहण करके देश के विकास और प्रगति में अपना श्रेष्ठ योगदान देगें।

04 September 2022

छत्तीसगढ़ की नई पीढ़ी के सिक्ख बच्चों की ऊंची उड़ान की तैयारी

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छत्तीसगढ़ के प्रतिभावान सिक्ख विद्यार्थी होगे सम्मानित 

      छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन,रायपुर व्दारा छत्तीसगढ़ राज्य में निवासरत सिक्ख परिवार के 32 मेधावी छात्र-छात्राओं को 6 सितंबर 2022, शाम 5 से 7 बजे तक रायपुर के सिविल लाईंस स्थित वृंदावन हॉल में आयोजित एक "प्रतिभा सम्मान समारोह" में सम्मानित किया जाएगा। इनमें 10वीं के 19 और 12वीं के 13 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। इन सभी छात्र-छात्राओं को उनके माता-पिता और परिजनों के साध सादर आमंत्रित किया गया है।

      इन सभी बच्चों और उनके पालकों से बातचीत में यह पता चाल कि ये बच्चे वाकई बड़े ही मेधावी और प्रतिभाशाली है। आने वाले दिनों में ये सभी छत्तीसगढ़ और सिक्ख समाज को गौरान्वित करेगें। इनमें प्रायः सभी गुरु सिक्खी और गुरमत वाले परिवार हैं। वे गुरु का पाठ और अरदास करते हैं और नियमित गुरुव्दारा जाते है। कई परिवारों के सदस्य अमृतधारी हैं। कई बच्चों के पिता बिजनेस और नौकरिय़ों में है तथा कुछ की माताएं भी नौकरी में है। जिन बच्चों ने 12वीं परीक्षा पास कर ली है उन्होनें तो अपना कैरियर पहले से ही तय कर लिया है। कुछ ने अभी कालेज में एडमिशन ले लिया है तो कुछ लेने की तैयारी में हैं। 10वीं पास करने वाले कुछ बच्चों ने आगे क्या करना है यह सोच रखा है और कुछ को अभी तय करना है कि वे भविष्य में क्या करेगें।  

      12वीं पास कर चुके बच्चों से बात करने पर पता चला कि कोई यूपीएसई की परीक्षा दे कर आईएएस बनना चाहता है तो कोई प्रोफेसर, कोई इंजीनियर तो कोई वैज्ञानिक, कोई न्यूरोलाजी का विशेषज्ञ डॉक्टर या कार्डियोलाजिस्ट डॉक्टर बनाना चाहता है। कोई सॉफ्टवेयर में कोडिंग करते हुए नॉवेल (उपन्यास) लिखना चाहता है तो कोई डाटा सांईस में कम्प्यूटर की डिग्री लेना चाहता ह। तो कोई कामर्स की पढ़ाई कर बिजनेस करना चाहता है। 12वीं के एक छात्र की मम्मा ने बताया कि उनके बेटे ने 12वीं के पहले सत्र की परीक्षा में भौतिकी, रसायन और गणित में 100 में से 100 अंक हासिल किए थे। उसका आईआईटी के लिए चयन हो चुका है पर मां उससे अपने से ज्यादा दूर नहीं भेजना चाहती है। इसीलिए वह उसे रायपुर के नेशनल इंस्टीट्यूट में पढ़ना चाहती है। उनका पूरा परिवार हर दिन सुबह 4 बजे उठ कर गुरुबाणी का पाठ और सिमरन करता है। इसलिए अब आने वाले दशहरे के समय बेटे को दरबार साहिब अमृतसर ले जा कर उसे अमृतपान कराना है। 

      10वीं में पढ़ने वाली एक बेटी ने बताया कि वह तो सॉफ्टवेयर इंजीनियर ही बनना चाहती है। एक छात्र ने बताया कि वह कनाडा में जा कर ग्रेज्युशन करेगा। यह पूछने पर कि वहां कोई परिजन या परिचित है तो वह कहने लगा कि नहीं, पर फिर भी मुझे वहीं जा कर पढ़ना है। इन बच्चों से बातचीत में पता चला कि इनमें से चार-पांच तो में नेतृत्व क्षमता के बड़े जबरदस्त गुण है। वे भविष्य में अपने काम के साथ लीडरशिप भी करना चाहते हैं। इसके लिए वे अपने स्कूल में भाषण और वाद विवाद की प्रतियोगिता में जम कर भाग लेते हैं, कई तरह की किताबें और साहित्य पढ़ते हैं और स्टेज में एंकर की भूमिका निभाते हैं। उनको ऐसा करना अच्छा लगता है। 

      इनमें से कई बच्चों के शौक सुन कर  जोश आ जाता है। इन्हीं में से एक छात्र अपने स्कूल का हेडबॉय है और फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता है। तबला बजाने का भी शौक है इसीलिए गुरु के कीर्तन में तबले की संगत भी करता है। उसे अंग्रेजी नावेल पढ़ंने शौक नहीं जुनून है। मेमोरी तो इतनी तेज है कि स्कूल की भाषण प्रतियोगिता और गुरमत कैम्प में दर्जनों सर्टिफिकेट ले चुका है। आर्टवर्क, सिगिंग और पेन्टिंग तो कई बच्चों की हॉबी है। कई तो क्रिकेट, बैडमिंटन, शतरंज और अन्य खेलों के शौकीन हैं। एक को तो गणित के सवाल करने का शगल है। उसके एक टीचर से फोन से बात हुई तो वे कहने लगे की सह अपने इस छात्र की क्या बताऊं वह तो सर्वगुण संपन्न है। अब आप उसी से पूछ लो। 

      छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन, रायपुर का यह मानना है कि    6 सितंबर 2022 को जब हम इन प्रतिभाशाली सिक्ख बच्चों को रायपुर में सम्मानित करेगें तो हम स्वयं को गौरान्वित होता महसूस करेगें। एसोसियेशन के संयोजक सरदार जी.एस. बॉम्बरा ने अपने सभी सदस्यों से यह कह रखा है कि हम 10वी और 12वीं के इन छात्र-छात्राओं के लिए प्रतिभा सम्मान समारोह अपनी नई पीढ़ी की हौसला अफजाई के लिए ये कार्यक्रम कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि ये बच्चे बहुत ऊंचाईयों तक पहुंछे। इसीलिए यह ख्याल रखिएगा हर बच्चे का सम्मान करते समय तालियां काफी देर तक बजती रहनी चाहिए। आखिर छत्तीसगढ़ के सिक्खों की नई पीढ़ी अपनी ऊंची उड़ान की तैयारी में जो हैं.....! 

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