छत्तीसगढ़ के
प्रतिभावान सिक्ख विद्यार्थी होगे सम्मानित
छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन,रायपुर व्दारा छत्तीसगढ़ राज्य में
निवासरत सिक्ख परिवार के 32 मेधावी
छात्र-छात्राओं को 6 सितंबर 2022, शाम 5 से 7 बजे तक रायपुर के सिविल लाईंस स्थित
वृंदावन हॉल में आयोजित एक "प्रतिभा सम्मान समारोह" में सम्मानित किया
जाएगा। इनमें 10वीं के 19 और 12वीं के 13 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। इन सभी
छात्र-छात्राओं को उनके माता-पिता और परिजनों के साध सादर आमंत्रित किया गया है।
इन सभी बच्चों और उनके पालकों से बातचीत में
यह पता चाल कि ये बच्चे वाकई बड़े ही मेधावी और प्रतिभाशाली है। आने वाले दिनों
में ये सभी छत्तीसगढ़ और सिक्ख समाज को गौरान्वित करेगें। इनमें प्रायः सभी गुरु
सिक्खी और गुरमत वाले परिवार हैं। वे गुरु का पाठ और अरदास करते हैं और नियमित
गुरुव्दारा जाते है। कई परिवारों के सदस्य अमृतधारी हैं। कई बच्चों के पिता बिजनेस
और नौकरिय़ों में है तथा कुछ की माताएं भी नौकरी में है। जिन बच्चों ने 12वीं परीक्षा पास कर ली है उन्होनें तो
अपना कैरियर पहले से ही तय कर लिया है। कुछ ने अभी कालेज में एडमिशन ले लिया है तो
कुछ लेने की तैयारी में हैं। 10वीं पास करने वाले कुछ बच्चों ने आगे क्या करना है यह सोच रखा है और कुछ को
अभी तय करना है कि वे भविष्य में क्या करेगें।
12वीं पास
कर चुके बच्चों से बात करने पर पता चला कि कोई यूपीएसई की परीक्षा दे कर आईएएस
बनना चाहता है तो कोई प्रोफेसर, कोई इंजीनियर तो कोई वैज्ञानिक, कोई न्यूरोलाजी का विशेषज्ञ डॉक्टर या
कार्डियोलाजिस्ट डॉक्टर बनाना चाहता है। कोई सॉफ्टवेयर में कोडिंग करते हुए नॉवेल
(उपन्यास) लिखना चाहता है तो कोई डाटा सांईस में कम्प्यूटर की डिग्री लेना चाहता
ह। तो कोई कामर्स की पढ़ाई कर बिजनेस करना चाहता है। 12वीं के एक छात्र की मम्मा ने बताया कि
उनके बेटे ने 12वीं के
पहले सत्र की परीक्षा में भौतिकी, रसायन और गणित में 100 में से 100 अंक हासिल किए थे। उसका आईआईटी के लिए
चयन हो चुका है पर मां उससे अपने से ज्यादा दूर नहीं भेजना चाहती है। इसीलिए वह
उसे रायपुर के नेशनल इंस्टीट्यूट में पढ़ना चाहती है। उनका पूरा परिवार हर दिन
सुबह 4 बजे उठ कर
गुरुबाणी का पाठ और सिमरन करता है। इसलिए अब आने वाले दशहरे के समय बेटे को दरबार
साहिब अमृतसर ले जा कर उसे अमृतपान कराना है।
10वीं में
पढ़ने वाली एक बेटी ने बताया कि वह तो सॉफ्टवेयर इंजीनियर ही बनना चाहती है। एक छात्र ने बताया कि वह कनाडा में जा
कर ग्रेज्युशन करेगा। यह पूछने पर कि वहां कोई परिजन या परिचित है तो वह कहने लगा
कि नहीं, पर फिर भी
मुझे वहीं जा कर पढ़ना है। इन बच्चों से बातचीत में पता चला कि इनमें से चार-पांच
तो में नेतृत्व क्षमता के बड़े जबरदस्त गुण है। वे भविष्य में अपने काम के साथ
लीडरशिप भी करना चाहते हैं। इसके लिए वे अपने स्कूल में भाषण और वाद विवाद की
प्रतियोगिता में जम कर भाग लेते हैं, कई तरह की किताबें और साहित्य पढ़ते
हैं और स्टेज में एंकर की भूमिका निभाते हैं। उनको ऐसा करना अच्छा लगता है।
इनमें से
कई बच्चों के शौक सुन कर जोश आ
जाता है। इन्हीं में से एक छात्र अपने स्कूल का हेडबॉय है और फर्राटेदार अंग्रेजी
बोलता है। तबला बजाने का भी शौक है इसीलिए गुरु के कीर्तन में तबले की संगत भी
करता है। उसे अंग्रेजी नावेल पढ़ंने शौक नहीं जुनून है। मेमोरी तो इतनी तेज है कि
स्कूल की भाषण प्रतियोगिता और गुरमत कैम्प में दर्जनों सर्टिफिकेट ले चुका है।
आर्टवर्क, सिगिंग और
पेन्टिंग तो कई बच्चों की हॉबी है। कई तो क्रिकेट, बैडमिंटन, शतरंज और अन्य खेलों के शौकीन हैं। एक
को तो गणित के सवाल करने का शगल है। उसके एक टीचर से फोन से बात हुई तो वे कहने
लगे की सह अपने इस छात्र की क्या बताऊं वह तो सर्वगुण संपन्न है। अब आप उसी से पूछ
लो।
छत्तीसगढ़
सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन, रायपुर का यह मानना है कि 6 सितंबर 2022 को जब हम इन प्रतिभाशाली सिक्ख बच्चों
को रायपुर में सम्मानित करेगें तो हम स्वयं को गौरान्वित होता महसूस करेगें।
एसोसियेशन के संयोजक सरदार जी.एस. बॉम्बरा ने अपने सभी सदस्यों से यह कह रखा है कि
हम 10वी और 12वीं के इन छात्र-छात्राओं के लिए
प्रतिभा सम्मान समारोह अपनी नई पीढ़ी की हौसला अफजाई के लिए ये कार्यक्रम कर रहे
हैं। हम चाहते हैं कि ये बच्चे बहुत ऊंचाईयों तक पहुंछे। इसीलिए यह ख्याल रखिएगा
हर बच्चे का सम्मान करते समय तालियां काफी देर तक बजती रहनी चाहिए। आखिर छत्तीसगढ़
के सिक्खों की नई पीढ़ी अपनी ऊंची उड़ान की तैयारी में जो हैं.....!
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