||छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन का स्वास्थ्य शिविर का आयोजन||
150 मरीजों ने विशेषज्ञ डॉक्टरों से कराई जांच
जान बचाने सीपीआर का प्रशिक्षण दिया गया
रायपुर, 07 अप्रैल 2024 / विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आयोजित स्वास्थ्य शिविर में विशेषज्ञ डॉक्टरों व्दारा किए गए परीक्षण के बाद यह बात सामने आई है कि कोविड19 के बाद आ रहे सांईलेट अटैक के संबंध में लोगों को काफी सतर्क रहने की जरूरत है। इस संबंध में वर्तमान में राष्ट्रीय स्तर पर अध्ययन भी हो रहा है। ह्रर्दय रोग विशेषज्ञ डॉ. बविन्दर चुग ने आज छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन व्दारा आयोजित स्वास्थ्य शिविर के दौरान उक्त बातें कही।
महावीर नगर गुरुव्दारा परिसर में आयोजित इस शिविर के संबंध में
एसोसियेशन के संयोजक जी.एस. बॉम्बरा ने बताया कि कई विशेषज्ञ डॉक्टरों ने यहां
सेवा भाव से मरीजों का परीक्षण कर उन्हें उचित परामर्श दिया। इसमें हड्डी रोग,ह्रदृय रोग,नेत्र रोग, नाक-कान–गला रोग, दंत
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के साथ ही एक्युप्रेशर पध्दति से उपचार दिया गया।
स्वास्थ्य़ शिविर में ह्रर्दय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर बविन्दर चुग ने उपस्थितजनों को बताया कि बेहोश होते ही दिल धड़कन और सांस रुकने जाने की स्थिति में दी जाने वाली आपातकालीन जीवन-रक्षक प्रक्रिया अर्थात कार्डियो प्लमोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) तत्काल दिया जाना चाहिए । "सीपीआर" श्वास और छाती के संपीड़न को जोड़ती है। डॉ. चुग ने कई लोगों को अपने समक्ष सीपीआर करने का अभ्यास भी कराया। उन्होंने कहा कि बेहोश होते ही मरीज को सीपीआर दिया जाना चाहिए और यह तब तक दिया जाए जब तक एम्बुलेन्स् ना आ जाए। इससे मरीज की जान बच सकती है।